एग्रो प्रोजेक्ट से होगा बुंदेलखंड का विकास

झांसी। उत्तर प्रदेश सरकार 27 जिलों में एग्रो प्रोजेक्ट ला रही है। इसमें 1300 करोड़ उप्र सरकार का और 2700 करोड़ विश्व बैंक का रहेगा। इससे बुंदेलखंड का पिछड़ापन दूर होगा। साथ ही बुंदेलखंड को तिलहन और दलहन का हब बनाना है। इस वर्ष पूरे प्रदेश में 11 लाख किसानों को और झांसी जिले में एक लाख किसानों को निशुल्क तिलहन का बीज दिया गया। यह बातें कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (आरएलबीसीएयू) में 2500 किसानों को संबोधित करते हुए कहीं।

कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित मंडलीय फल, शाकभाजी, पुष्प प्रदर्शनी और किसान मेले में कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार ने पांच गुना से भी ज्यादा का बजट किसानों के लिए रखा है। बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट, किसानों पर कर्ज जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार ने सकारात्मक कदम उठाए हैं। बीते 10 वर्षों में दलहनी एवं तिलहनी फसलों में लगभग दोगुनी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में पैदा की जा रही तुलसी देश भर की ऑर्गेनिक चाय एवं अन्य उत्पादों में प्रयोग हो रही है। सरकार ने 236 करोड़ 73 लाख रुपये की मूंगफली बुंदेलखंड से खरीदी है। प्राकृतिक खेती क्लस्टर की तरह सोलर क्लस्टर बनाएंगे। इसमें 80 प्रतिशत सरकार और 20 प्रतिशत किसान का होगा। 20 हेक्टेयर में लगाने का खर्च एक किसान का एक लाख 60 हजार रुपये आएगा।

वहीं, कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में बारिश कभी ज्यादा, कभी कम होती है। इससे यहां खेती पर बहुत प्रभाव पड़ा है। यह तीन दिवसीय किसान मेला इन्हीं समस्याओं के दृष्टिगत लगाया गया है। गो सेवा आयोग उप्र के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार बुंदेलखंड को श्रीअन्न और गो आधारित प्राकृतिक खेती का हब बनाने जा रही है।

बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मुकेश पांडे, कृषि आयुक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार डॉ. पीके सिंह, सदर विधायक रवि शर्मा, गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत, मऊरानीपुर विधायक रश्मि आर्य, एमएलसी सदस्य रमा आरपी निरंजन, जिलाधिकारी अविनाश कुमार, संयुक्त कृषि निदेशक एलबी यादव के साथ तकरीबन 2500 किसान मौजूद रहे।

ये किसान हुए सम्मानित:

कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के छह प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। इसमें तुलसी खेती में पुष्पेंद्र यादव मऊरानीपुर, दलहन में आजाद कुमार बिरगुवां झांसी, बीज उत्पादन में भगवत अहिरवार दुर्गापुर दतिया, उद्यानिकी में विनोद तिवारी, चंद्रा झांसी, तिलहन में सूरज सिंह यादव हरदुआं, जालौन और 150 प्रकार के बीज संग्रह में लहरी बाई जिला डिंडौरी, मध्य प्रदेश को शॉल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं, 23 उद्यमियों को कृषि मंत्री ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।

दो प्रयोगशाला का किया शिलान्यास:

कृषि मंत्री ने विवि में 2500 करोड़ की लागत से बन रही श्री अन्न उत्कृष्टता केंद्र खाद परीक्षण एवं प्रसंस्करण, जैविक एवं प्राकृतिक खेती उत्कृष्टता केंद्र कृषि उत्पाद परीक्षण प्रयोगशाला का शिलान्यास किया। इसकी लॉंचिंग बुंदेलखंड से ही होगी। बताया कि इस वर्ष सरकार गेहूं 2400 से 2500, जौ 1980, चना 5650, मसूर 6700 रुपये में खरीद रही है। वहीं, किसान मेला एवं कृषि प्रदर्शनी 2025 स्मारिका, जलवायु समावेशी कृषि, प्राकृतिक खेती और पलाश बुंदेलखंड की स्थायी आजीविका का साधन नामक चार पुस्तकों एवं बुंदेलखंड आधारित कृषि कैलेंडर का विमोचन किया गया।

0000112 स्टॉल से किसान ले रहे जानकारी:

सभी लाभकारी फसलों, पशुओं की जानकारी, कृषि के आधुनिक मॉडल, आईसीएआर के 14 - 15 संस्थानों के स्टॉल, जैविक खाद, राइज इंक्यूबेशन केंद्र, नाबार्ड, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, कृषक उपकरण, बीज केंद्र, विभिन्न कृषि विज्ञान केन्द्र, छह कृषि विवि, जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र, धानुका एग्रीटेक एवं बलिनी सहित 112 स्टॉल लगाकर किसानों को लाभप्रद जानकारियां दी जा रहीं हैं।

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