वेद और पुराणों में आपने कल्प वृक्ष का नाम तो जरुर पढ़ा होगा..., लेकिन क्या हो अगर वही कल्प वृक्ष आपको आज के समय में मिल जाए......
नमस्कार दोस्तों, आज बात करेंगे ऐसे
चमत्कारिक पेड़ की जो आपकी सभी इच्छाएँ कर सकता है पूरी.....
जी हाँ....., दरअसल राजा राम की नगरी कही
जाने वाली ओरछा की पवित्र भूमि पर, सालों पुराना एक ऐसा पेड़ है जिसके नीचे खड़े हो
कर यदि आप मन ही मन कोई इच्छा करें तो वो जरुर पूरी होती है। इसकी इस विशेषता के कारण ही स्थानीय लोग इसे
कल्प वृक्ष भी कहते हैं। मान्यता है कि इस पेड़ की परिक्रमा करते हुए ,मन में कोई
इच्छा की जाए तो वो पूरी होती है। इस पेड़
की इस खासियत के कारण ही यह पेड़ आकर्षण के केंद्र बना हुआ है।
वेद और पुराणों में कल्पवृक्ष का उल्लेख मिलता है। कहते हैं कि कल्पवृक्ष
स्वर्ग का एक विशेष वृक्ष है। पौराणिक धर्मग्रंथों और हिन्दू मान्यताओं के अनुसार
यह माना जाता है कि इस वृक्ष के नीचे बैठकर व्यक्ति जो भी इच्छा करता है,
वह पूरी हो जाती है। क्योंकि इस वृक्ष में अपार सकारात्मक
ऊर्जा होती है। पुराणों के अनुसार
समुद्र मंथन के 14 रत्नों में से एक कल्पवृक्ष भी था। समुद्र मंथन से निकला यह पेड़ देवराज इन्द्र
को दे दिया गया था और इन्द्र ने इसकी स्थापना हिमालय के उत्तर में सुरकानन वन में कर
दी थी। हालांकि बाद में श्री कृष्ण अपनी पत्नी सत्यभामा के लिए इस ले आए थे।
माना जाता है ओरछा में यह पेड़ सालों
पुराना है। इसकी संभावित उम्र लगभग 500 वर्ष से ऊपर है। वहीँ इसकी मोटाई 15 मीटर तथा ऊंचाई लगभग 40 मीटर है। इसके साथ ही पेड़ में कई औषधीय गुण भी मौजूद
हैं। इस पेड़ की इस ही खासियत के कारण ही दूर-दूर से लोग इस पेड़ को देखने आते हैं। हालांकि
वैज्ञानिक रूप से इस पेड़ की शक्तियों को सिद्ध करना मुश्किल है, लेकिन इस पेड़ की उम्र और आकार निश्चित रूप से इसे एक
अद्भुत प्राकृतिक संरचना बनाता है। चाहे आप इस पेड़ की शक्ति में विश्वास करते हों
या नहीं, लेकिन ओरछा का कल्पवृक्ष
निश्चित रूप से एक रहस्यमयी और आकर्षक जगह है। तो दोस्तों, अगली बार जब आप ओरछा जाएं, तो इस चमत्कारिक कल्प वृक्ष के दर्शन करना न भूलें।
कौन जानता है, आपकी कोई अधूरी इच्छा भी यहाँ
पूरी हो जाए!
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