Lalitpur News : स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस की 50 सीटें और बढ़ सकती हैं। प्रोफेसरों की कमी पूरी होने के बाद कॉलेज प्रशासन ने नेशनल मेडिकल काउंसिल में सीट बढ़ाने के लिए अपील कर दी है। अभी कॉलेज के पास 50 सीटों की ही मान्यता है।
जनपद में नवनिर्मित स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में सभी तैयारियां पूर्ण हो गई हैं। कक्षों में उपकरण, कक्षाएं, आवास, वॉर्ड, पुस्तकालय, छात्रावास समेत अन्य सभी व्यवस्थाएं पूरी हो गई हैं। प्रोफेसरों की नियुक्ति भी कई चरणों में करने के बाद हो गई है। सीनियर, जूनियर रेजीडेंट भी नियुक्त हैं। इसके बाद मेडिकल काॅलेज प्रशासन ने एमबीबीएस की 100 सीटों की मान्यता के लिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग में आवेदन किया था। टीम ने निरीक्षण किया था, जिसमें 15 प्रोफेसरों की कमी के चलते मान्यता नहीं मिल पाई थी। प्रोफेसर नियुक्त कर मान्यता के लिए प्रथम अपील की, जिसमें एनएमसी ने 50 सीट के लिए 31 जुलाई 2024 को मान्यता दे दी थी।
अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 50 और सीटों की मान्यता की तैयारियां पूरी कर ली है। आठ और प्रोफेसरों की नियुक्ति की गई है। मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसरों की संख्या 59 हो गई है। मानक अनुरूप अब 50 और सीट पर मान्यता मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इस पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने 50 सीटों की मान्यता के लिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग में द्वितीय अपील कर दी गई है। अब एनएमसी के निरीक्षण के बाद 50 और सीट की मान्यता मिल जाएगी। इससे कॉलेज में चिकित्सा शिक्षा की 100 सीटें हो जाएंगी।
प्राचार्य ने एनएमसी को सौंपा अंडरटेकिंग
स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय को 50 सीट की मान्यता मिलने के बाद कॉलेज संचालित करने के लिए प्राचार्य को अंडरटेकिंग देना था। प्राचार्य ने सुविधाओं को दर्शाते हुए अंडरटेकिंग (दायित्व की पूर्ति संबंधित आश्वासन) एनएमसी को सौंप दिया है। अब कॉलेज प्रशासन को लेटर ऑफ परमिशन (एलओपी) का इंतजार है। मालूम हो कि बिना एलओपी के एमबीबीएस की पढ़ाई नहीं हो सकती है।
मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 50 सीट पर मान्यता मिलने के बाद आठ प्रोफेसरों की नियुक्ति कर ली गई है। अब मानक अनुरूप 50 और सीट के लिए एनएमसी में द्वितीय अपील दाखिल कर दी है। जल्द ही निरीक्षण के बाद मान्यता मिलने की पूरी उम्मीद है। - डॉ. डीनाथ, प्राचार्य, स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय।
साभार : अमर उजाला
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