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Damoh News: 100 करोड़ की लागत से महाकाल लोक की तरह बनेगा जागेश्वरधाम कॉरिडोर, पांच चरणों में होगा काम

Damoh News - मध्य प्रदेश के मंत्री धर्मेंद्र सिंह ने कहा- सभी की इच्छा थी कि जागेश्वर धाम विकसित हो। भगवान जागेश्वर नाथ की कृपा बनी और मुझे यह मंत्रालय मिला। लगभग 100 करोड़ रुपये की राशि से यह कॉरिडोर बनेगा। यह काम पांच चरणों में होगा।

                              


बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थ क्षेत्र जागेश्वर धाम बांदकपुर में 100 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य कॉरिडोर बनने जा रहा है। शुक्रवार को पर्यटन राज्यमंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी ने बांदकपुर में आयोजित ट्रस्ट कॉरिडोर संबंधी बैठक में इस परियोजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह कॉरिडोर महाकाल लोक की तर्ज पर बनाया जाएगा। इस मौके पर पशुपालन राज्य मंत्री लखन पटेल भी मौजूद थे। बैठक के दौरान एक प्रेजेंटेशन भी प्रस्तुत की गई।

धर्मेंद्र सिंह लोधी ने कहा, "यह सभी की इच्छा थी कि यहां एक भव्य कॉरिडोर बने और भगवान भोलेनाथ का जागेश्वर धाम विकसित हो। भगवान जागेश्वर नाथ की कृपा से मुझे यह मंत्रालय सौंपा गया है। लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से यह कॉरिडोर पांच चरणों में बनेगा। महाकाल लोक की तरह इस परियोजना को धीरे-धीरे बढ़ाते हुए पूरा किया जाएगा। इस विकास कार्य से किसी को कोई असुविधा नहीं होगी। हमने दुकानों के लिए भी पर्याप्त स्थान सुनिश्चित किया है, जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा।"

राज्यमंत्री लोधी ने कहा, "जागेश्वर धाम की विचारधारा के आधार पर इस कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस वृहद योजना को समझा और इसमें सहयोग करने की इच्छा जताई। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद, हम आगे के काम को भी धीरे-धीरे बढ़ाएंगे।"

पूर्व वित्तमंत्री एवं दमोह विधायक जयंत कुमार मलैया ने कहा था कि "जब हमारी सरकार बनेगी, तो हम बांदकपुर में कॉरिडोर बनाएंगे। यह सौभाग्य की बात है कि सरकार बनने के बाद इस परियोजना की घोषणा की गई, और संस्कृति विभाग के मंत्री के रूप में धर्मेंद्र सिंह लोधी ने इसे आगे बढ़ाया।" चीफ इंजीनियर प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि प्राप्त सभी सुझावों को ध्यान में रखते हुए एक प्लान तैयार किया गया है। यह प्लान प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया, और आर्किटेक्ट्स इस प्रोजेक्ट को गाइड करेंगे। आर्किटेक्ट्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ी रहेंगी, और उनके प्रतिनिधि यहां उपस्थित रहेंगे।

साभार - अमर उजाला 


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