बुंदेलखंड की महिलाओं के लिए योगी सरकार ने बनाया प्लान, मिलेगा रोजगार
बुंदलेखंड की महिलाएं अब सोलर ड्रायर से प्याज, लहसुन, टमाटर, अदरक और हल्दी को सुखाएंगी। फिर इनका विदेशी की कंपनियों को निर्यात किया जाएगा। सरकार बुंदलेखण्ड की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ऐसे सोलर ड्रायर 90 प्रतिशत अनुदान पर देने जा रही है।
इसमें ‘एस फॉर एस’ नामक संस्था की सबसे अहम भूमिका होगी जो न सिर्फ महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों को नेस्ले, केएफसी, आईटीसी जैसी अनेक नामी-गिरामी कंपनियों को बिकवायेगी बल्कि महिलाओं को वैज्ञानिक तरीके से उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण भी दिलाएगी। साथ ही एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन) के माध्यम से बेहतर क्वालिटी का कच्चा माल भी दिलवाएगी। इससे किसानों को भी बाजार मिलेगा और भारी लाभ होगा पहले चरण में यह योजना झांसी और ललितपुर में शुरू होने जा रही है। बाद में इसे बुन्देलखण्ड के बाकि जिलों के साथ-साथ अन्य जिलों में लागू करने का प्रस्ताव है।
150 महिलाओं का प्रशिक्षण के लिए चयन
पहले चरण में दोनों जिलों की 150 महिलाओं का चयन किया गया है जो उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से संबद्ध हैं। इन चयनित महिलाओं को ‘एसफॉरएस’ नामक संस्था की ओर से प्रशिक्षण शुरू किया गया है। 15 दिनों के प्रशिक्षण के बाद इन्हें अपना रोजगार शुरू करने के लिए मदद दी जाएगी। कंपनियां अगर पाउडर रूप में उत्पाद लेना चाहेंगी तो उन्हें उस रूप में भी उत्पाद उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा तैयार व कच्चे माल के स्टोरेज के लिए तैयार होने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर (आधारभूत संरचना) के लिए भी 50 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
आईएफसी की है योजना में अहम भूमिका
इस योजना में विश्व बैंक की सहयोगी संस्था आईएफसी (इंटरनैशनल फाइनांस कार्पोरेशन) की अहम भूमिका है। इसके लिए वित्त पोषण आईएफसी की ओर से ही किया जा रहा है।
उत्पाद खरीदने के लिए बड़ी कंपनियों से एमओयू
महिलाओं द्वारा तैयार उत्पाद फैक्ट्री से निकलते ही तत्काल बिक जाए इसके लिए अब तक आधा दर्जन कंपनियों के साथ एमओयू किया जा चुका है। कई अन्य कंपनियां भी कतार में हैं जिनसे बातचीत जारी है। प्याज-लहसुन सुखाने में काम आने वाले सोलर ड्रायर अनुदान दिया जाएगा।
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