Banda: शजर उद्योग को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार, जनपद के शिल्पियों की आर्थिक उन्नति के खुले रास्ते...
बांदा में शजर उद्योग को आत्मनिर्भर भारत उत्सव व एक जनपद एक उत्पाद के तहत अवार्ड मिला है।
बांदा में शजर उद्योग को आत्मनिर्भर भारत उत्सव व एक जनपद एक उत्पाद के तहत अवार्ड मिला है। दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को उनकी सहायता के लिए विदेश मंत्री व उद्योग मंत्री ने सम्मानित किया।
आत्मनिर्भर भारत उत्सव व एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) के राष्ट्रीय पुरस्कार के उद्घाटन समारोह में जनपद के शजर उद्योग को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी को नई दिल्ली में विदेश मंत्री व उद्योग मंत्री ने संयुक्त रूप से यह पुरस्कार उन्हें सौंपा।
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने शजर उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई बार प्रदर्शनी लगवाई और कारीगारों को लगातार प्रोत्साहित कर रही हैं। केंद्र सरकार की ओर से नई दिल्ली में आत्मनिर्भर भारत उत्सव व एक जनपद एक उत्पाद के राष्ट्रीय पुरस्कार-2023 समारोह का आयोजन नई दिल्ली में किया गया।
इसमें जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को भी आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में जिला प्रशासन को जनपद में शजर पत्थर को प्रोत्साहन देने के लिए सम्मानित किया गया। भारत सरकार के विदेश मंत्री डॉ.एस. जयशंकर और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने डीएम को यह अवार्ड सौंपा।
जिलाधिकारी यह सम्मान पाकर अभिभूत दिखीं। उन्होंने कहा कि यह बांदा के शिल्पकारों के लिए बड़ा दिन है। बांदा के शजर पत्थर को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। हमारा शजर ओडीओपी में शामिल है और सरकार इसे जीआइ टैग भी दे चुकी है। उन्होंने कहा कि आज के इस पुरस्कार से शजर की मांग भी बढ़ेगी व जनपद के शिल्पियों की आर्थिक उन्नति होगी।
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