PM मोदी करेंगे भव्य ओपनिंग: यहां होगी वंदे भारत ट्रेन के कोचों की रिपेयरिंग
झांसी में बनकर हो रहा है रेलवे का कोच रिपेयर कारखाना। वंदे भारत ट्रेन के 24 कोच की कारखाने में होगी मरम्मत। कोच कारखाने में पूरी रेक खड़ी करने के लिये शेड बनाने का प्रस्ताव तैयार, भेजा जा रहा रेलवे बोर्ड। स्वीकृति मिलते ही जल्द शुरू होगा काम, हर साल का लक्ष्य भी होगा तय, तैयारियों में जुटे रेल अधिकारी।
रेल कोच नवीनीकरण कारखाने में जल्द ही देश की सबसे तेज़ चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के कोच की ओवरहालिंग (मरम्मत) होगी। कोच कारखाने में पूरी रैक खड़ी करने के लिये शेड की आवश्यकता महसूस हो रही है। इसके चलते कारखाना प्रशासन की तरफ से प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड भेजा जा रहा है। रेलवे बोर्ड से स्वीकृति मिलते ही शेड बनाने का काम शुरू कर दिया जायेगा।
हर साल का होगा लक्ष्य तय
रेल कोच नवीनीकरण कारखाने में जल्द ही वंदे भारत ट्रेन के कोच की मरम्मत कराने की तैयारी है। हर साल का लक्ष्य भी तय होगा। रेलवे अफसरों के मुताबिक पहले यहां पर केवल एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच का नवीनीकरण करने की योजना थी। अब रेलवे बोर्ड ने यहां वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए कोच की मरम्मत कराने के लिए भी कहा है। इसके लिए अफसरों ने यहां काम कराने से पहले तैयारी को भांपना शुरू कर दिया है। दरअसल, अब जल्द ही वन्दे भारत में स्लीपर कोच लगाने की भी तैयारी है। इसके चलते वन्दे भारत ट्रेन के कोच की संख्या भी बढ़ जायेगी। स्लीपर कोच समेत अन्य कोच लगने के बाद इसकी संख्या 24 तक पहुंच जाएगी। ऐसे में मरम्मत के दौरान ट्रेन खड़ी करने के लिये 24 कोच का शेड बनाने की तैयारी है। इसके लिए तैयार प्रस्ताव को स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड भेजा जा रहा है। रेल कोच नवीनीकरण फैक्टरी में अब तक कुल 9 शेड बनाए जा चुके है। इनमें से 7 शेड में कोच नवीनीकरण का काम होगा जबकि दो शेड में स्टोर हैं। इन शेड में मशीन लगाने का काम भी पूरा हो गया है। वन्दे भारत एक्सप्रेस के कोच के लिए अलग से ट्रेन रोड बनाया जायेगा।
यह होती है वंदे भारत के कोच की खासियत
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के कोच आधुनिक होते हैं। ट्रेन में इकॉनमी और एक्जीक्यूटिव श्रेणी के कोच होते हैं। इसमें रिवॉल्विंग चेयर, जैव वैक्यूम टॉयलेट, मॉड्यूलर रैक, रीडिंग लाइट, आरामदायक सीट समेत तमाम सुविधाएं होती हैं। इन कोच के दरवाजे ऐसे होते हैं, जो ट्रेन रुकने पर ही खुलते हैं। इस समय 8 से लेकर 16 कोच की वंदे भारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है। स्लीपर कोच लगने के कोच की संख्या बढ़कर 24 हो जायेगी।
कारखाने के उद्घाटन की तैयारी तेज
15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल कोच नवीनीकरण कारखाना निर्माण की घोषणा की थी। इसके बाद 80 एकड़ जमीन पर 454.89 करोड़ रुपये की लागत से रेल कोच नवीनीकरण कारखाना बनाया गया है। आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के कारखाना का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अब जल्द ही प्रधानमंत्री से उद्घाटन कराने की तैयारी है। कारखाना आधुनिक मशीन से लैस है।
इनका कहना
मुख्य कारखाना प्रबंधक अतुल कनौजिया ने जानकारी देते हुए बताया है कि वन्दे भारत के कोच की मरम्मत इसी कारखाने में होगी। शेड बनाने के लिये प्रस्ताव तैयार कर रेलवे बोर्ड भेजा जा रहा है। शेड बनने के बाद मरम्मत का काम शुरू हो जायेगा। अन्य काम भी कराये जा रहे हैं।
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