बीडा बुंदेलखंड का भाग्य बदल सकती है: अमृत त्रिपाठी
बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ ने किया कार्यभार ग्रहण
झाँसी। बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण की योजनाओं को रफ़्तार देने के लिए योगी सरकार ने सीईओ की नियुक्ति कर दी है। बीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी यानी सीईओ अमृत त्रिपाठी ने पदभार भी ग्रहण कर लिया। 14000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में बनने वाले नए औद्योगिक शहर के लिए ज़मीन अधिग्रहण का कार्य ऑलरेडी तेजी पर है। नए सीईओ की नियुक्ति के बाद इसमें और तेजी आने की सम्भावना है। पदभार ग्रहण करने के बाद सर्किट हाउस में बीडा को लेकर पत्रकारों को जानकारी देते हुए श्री त्रिपाठी ने बताया कि बीडा के कार्यालय के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। कार्यालय ऐसी जगह होगा कि बीडा के पास रहे और लोगों को भी आने मे सुविधा हो।
सीईओ त्रिपाठी ने 2009 में झाँसी में ही प्रशिक्षु आईएएस रह चुके है। इसके बाद वे झांसी में सीडीओ भी रहे, इस नाते उन्हें बुंदेलखंड क्षेत्र की पूर्व से समझ है। अब उनको बीडा का सीईओ बनाया गया। सीईओ त्रिपाठी ने कहा कि सबसे पहले बोर्ड का गठन किया जाएगा। बीडा में 100 से ज्यादा पद सृजन कर नियुक्ति की जाएगी।बीडा के तहत बुंदेलखंड के वृहद रूप से औद्योगीकरण के लिए प्रयास किया जायेगा। बीड़ा का इंफ्रा यहां खड़ा किया जाना है इससे पहले एसीईओ प्रविंद्र वर्मा ने कार्यभार ग्रहण किया था।
श्री त्रिपाठी ने बताया कि जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे किया जा रहा है और कहीं किसी तरह का विरोध नहीं है। लोग भी इसके लिए काफी उत्साहित हैं। बीडा में 33 गांव की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।बोर्ड के गठन के बाद जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी। इससे पहले 33 गांवों में जाकर रिव्यू करेंगे और किसानों की समस्या सुनी जाएंगी। इसके बाद मास्टर प्लान बनाया जाएगा।
सीईओ ने कहा “ हमारी औद्योगिक नीतियां बहुत अच्छी हैं और निवेश नीति में बुंदेलखंड के लिए बहुत आकर्षक नीतियां बनायी गयीं हैं। बुंदेलखंड में बीडा का क्षेत्र सबसे आकर्षक क्षेत्र होने जा रहा है। मीडिया भी इसका साक्षी रहेगा। नोएडा बनने के 46 साल बाद बनने जा रही यह अथॉरिटी बहुत बड़ी परिकल्पना है जिसे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए दिया गया है, जो इस पिछड़े क्षेत्र का भाग्य बदल सकती है।
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