3 बार के विधायक के मन में मंत्री बनने की तमन्ना: सागर में BJP प्रत्याशी बोले- कार, प्रोटोकॉल के लिए नहीं, मंत्री बनूंगा तो सागर को विकास के पथ पर आगे ले जा सकूंगा
सागर: मध्यप्रदेश (Bundelkhand) विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीति सरगर्मी बढ़ गई हैं। प्रमुख दल भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य दलों ने चुनावी रण में ताकत झोंकना शुरू कर दी है। इस समय नामांकन जमा करने का दौर चल रहा है। प्रत्याशी चुनाव जीतने के साथ ही मंत्री बनने के ख्वाब देखने लगे हैं। सागर विधानसभा सीट से भाजपा ने लगातार तीन बार के विधायक शैलेंद्र जैन को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। उन्होंने अपना नामांकन भी जमा कर दिया है। वे लगातार शहर में लोगों के बीच पहुंच रहे हैं। इसी बीच उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 15 वर्ष काम करने का मुझे अवसर मिला। जिसमें संतुष्टी का भाव है। एक जमाने में अगर हम एक करोड़ रुपए के काम स्वीकृत करा लेते थे तो एक माह तक मन में उमंग रहती थी। लेकिन प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने सागर को एक हजार करोड़ रुपए का पैकेज दिया। जिससे मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
मंत्री बनने की इच्छा के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मंत्री बनने की तमन्ना हमेशा किसी भी विधायक हो, उसके मन में होती है और ये स्वभाविक है । मैं मंत्री किसी कार के लिए, झंडे के लिए या प्रोटोकॉल के लिए नहीं बनना चाहता। मंत्री बनकर हम ज्यादा बेहतर तरीके से सागर की जनता की सेवा कर पाएंगे। सागर को विकास के पथ पर बहुत तेजी से आगे ले जा पाएंगे। इस वजह से वाकई मेरे मन में मंत्री बनने की इच्छा है। लेकिन निर्णय तो हमारे यहां पार्टी करती है। हालांकि प्रदेश में सरकार किसकी बनेगी और विधानसभा सीट पर जीत किसकी होगी यह तो मतदाता ही तय करेंगे।
सागर (Bundelkhand) का सेवक कौन रहेगा ये जनता तय करेगी भाजपा प्रत्याशी शैलेंद्र जैन की बहू निधि सुनील जैन को कांग्रेस ने सागर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। बहू के चुनाव में सामने रहने पर कितनी चुनौती होगी के सवाल पर जवाब देते हुए शैलेंद्र जैन ने कहा कि ये चुनौती मेरे लिए नहीं है। ये चुनौती सागर की जनता के लिए है। सागर (District Of Bundelkhand) की जनता उनका निर्णय करेगी कि सागर का विधायक और सेवक कौन रहना चाहिए। इसका निर्णय हम नहीं करने वाले, सागर की जनता ही करेगी।
साभार: दैनिक भास्कर
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