चित्रकूट, भगवान श्रीराम की तपोभूमि है विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट
जगदगुरू रामभद्राचार्य एवं कामदगिरि प्रमुख द्वार समेत प्रमुख मठों में चलेगा गुरू दीक्षा का कार्यक्रम
आदितीर्थ के रूप में विख्यात भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में गुरूपूर्णिमा को लेकर देश भर से लाखों शिष्यों का जमावडा लगना शुरू हो गया है। गुरूपूर्णिमा के उपलक्ष्य पर पतित पावनी मंदाकिनी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद भगवान श्रीकामतानाथ के दर्शन कर शिष्य अपने गुरूओं का पूजन कर आर्शीवाद लेगें। गुरूपूर्णिमा को लेकर यूपी-एमपी प्रशासन द्वारा चित्रकूट के साधू संतों और महात्माओं के मठ-मंदिरों और देवालयों में सुरक्षा आदि के पुख्ता इंतजाम किये गये है।
गुरुपूर्णिमा पर्व के उपलक्ष्य पर भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में साधू संतों और महात्माओं के दर्शन-पूजन एवं गुरू दीक्षा लेने के लिए देश भर से लाखों शिष्यों का जमावडा लगना शुरू हो गया है। जिसे लेकर मठ-मंदिरों में तैयारियां शुरू हो गई हैं।
चित्रकूट के श्रीतुलसी पीठ में जगदगुरू रामभद्राचार्य महाराज, पुरानी लंका, आचार्य आश्रम, कामदगिरि प्रमुख द्वार,प्राचीन मुखारविंद मंदिर, सनकादिक आश्रम, पंजाबी भगवान आश्रम, रघुवीर मंदिर, रावतपुरा सरकार आश्रम, संतोषी अखाड़ा, गायत्री शक्तिपीठ, राम धाम मंदिर, भरत मंदिर, यज्ञवेदी मंदिर, स्वर्ग आश्रम पीली कोठी, सती अनुसूइया आश्रम, रामायणी कुटी, फलाहारी आश्रम, वेदांती आश्रम, सुतीक्षण मुनि आश्रम, सरभंग ऋषि आश्रम समेत चित्रकूट के प्रमुख मठ मंदिरों शिष्यों का पहुंचना शुरू हो रहा है।
इसी तरह धारकुंडी आश्रम प्रबंधन भी गुरूपूर्णिमा पर्व मनाने की तैयारी कर रहा है। सती अनुसूया आश्रम और सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के रघुवीर मंदिर में भी बडे ही धूमधाम से गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जायेगा।
देश भर से चित्रकूट पहुंच रहे लाखों शिष्य सर्व प्रथम माता सती अनुसुईया के तपोबल से प्रकटी पतित पावनी मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी लगाने के बाद मनोकामनाओं के पूरक भगवान श्रीकामतानाथ के दर्शन कर मठ और आश्रम जाकर अपने गुरूजनों का पूजन कर आर्शीवाद लेगें।
गुरू पूर्णिमा पर सर्वाधिक भीड श्रीतुलसीपीठ में पदम विभूषण से सम्मानित जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज,कामदगिरि प्रमुख द्वार में महंत रामस्वरूपाचार्य महाराज,महंत मदन गोपाल दास महाराज,भरत मंदिर के महंत दिव्य जीवनदास महाराज,रामायणी कुटी के महंत रामहृदय दास महाराज,भागवत रत्न आचार्य नवलेश दीक्षित एवं गायत्री शक्तिपीठ में डा0रामनारायण त्रिपाठी आदि के दर्शन-पूजन एवं गुरूदीक्षा को सर्वाधिक शिष्यों का जमावडा लगेगा। इसके अलावा गुरूपूर्णिमा पर सभी मठ-मंदिरों में विशाल भंडारे का आयोजन होगा।
साभार: बुंदेलखंड न्यूज़
0 टिप्पणियाँ