सीएम योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट लिंक व झांसी लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विधिवत अध्ययन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर भूमि क्रय करने की प्रक्रिया शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने रविवार को उच्चस्तरीय बैठक में निर्माणाधीन एवं नवीन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं और औद्योगिक कॉरीडोर और डिफेंस कॉरीडोर के विकास की प्रगति की समीक्षा कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जन आकांक्षाओं का सम्मान करते हुए बुंदेलखंड की जीवनरेखा बन चुके बुंदेलखंड एक्सप्रेस को झांसी और चित्रकूट से जोड़ा जाना जरूरी है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे और झांसी लिंक एक्सप्रेसवे के लिए बजट भी प्राविधानित किया जा चुका है। यह दोनों नए एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड की तरक्की की तेज करने वाले होंगे। इस वर्ष वन महोत्सव के अवसर पर सभी एक्सप्रेसवे के दोनों ओर पौधे लगाए जाएं। पौधों की उपलब्धता वन विभाग द्वारा कराई जाएगी।
योगी ने कहा कि मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाली गंगा एक्सप्रेसवे के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। यह एक्सप्रेसवे प्रत्येक दशा में दिसंबर 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालुगण गंगा एक्सप्रेसवे पर यात्रा का लाभ उठा सकें। गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर के लिए स्थान चिन्हित कर लिया जाए।
सीएम ने कहा कि पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि आईएमएलसी स्थान इंटरचेंज के अधिकतम तीन किमी के भीतर ही हो। क्लस्टर के लिए भूमि चिन्हित कर नियमानुसार तत्काल अधिग्रहीत की जाए। इसके लिए धनराशि की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रगति संतोषप्रद है। गोरखपुर, संतकबीर नगर आजमगढ़ और अम्बेडकर नगर के लिए यह शानदार कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस का निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा करा लिया जाए।
डिफेंस कारीडोर में नए निवेश पर लें तत्काल फैसला
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक 21 हजार करोड़ से अधिक का निवेश डिफेंस कॉरीडोर में हो चुका है। लखनऊ नोड में ब्रम्होस एयरोस्पेस, एरोलॉय टेक्नोलॉजी, झांसी नोड में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, कानपुर नोड में अडानी डिफेंस सिस्टम, अलीगढ़ में एमिटेक इलेक्ट्रॉनिक्स और एंकर रिसर्च लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियां अपनी इकाई लगा रही हैं। नवीन प्रस्तावों के संबंध में तत्काल निर्णय लें। कोई भी प्रस्ताव लंबित न रखें।
Source: Hindustan Hindi News
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