भाजपा सरकार अपनी उपलब्धियों को बताने अब 28 फरवरी तक विकास यात्रा निकाल रही है। इसमें अजीब मामले भी सामने आ रहे हैं। दमोह जिले की पथरिया विधानसभा में जब यह विकास यात्रा किंदरहो गांव में पहुंची तो वहां ग्रामीण नहीं जुटे। यह देख स्थानीय नेताओं ने निजी स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों को पंडाल में बिठाया। उन्हें ही शासकीय योजनाओं की जानकारी दे दी। अब यह मासूम बच्चे क्या समझे कि सरकार की कौन-सी योजनाएं और कैसी विकास यात्रा...
पथरिया के ग्राम बोबई, किंदरहो, खिरिया शंकर व रजवांस में विकास यात्रा निकाली गई। उक्त यात्रा में सरपंच सचिव या कर्मचारियों के अलावा कोई भी बड़ा भाजपा नेता या जनप्रतिनिधि नहीं दिखाई दिया तो वहीं पंडालों में भी ग्रामीण नहीं पहुंचे। ग्राम किंदरहो में विकास यात्रा के दौरान सभा के लिए टेंट लगाया था। यहां ग्रामीणों की भीड़ पंडाल तक नहीं पहुंची। गिने-चुने लोग ही पहुंचे। इसके बाद गांव के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को बुलाकर पंडाल में बिठा दिया गया। विकास यात्रा लेकर पहुंचे नेताओं ने बच्चों को ही शासन की योजनाएं बता दी।
लेट आई यात्रा, इसलिए नहीं पहुंचे ग्रामीण
ग्राम पंचायत किंदरहो के सचिव तखत पटेल ने बताया कि विकास यात्रा सुबह पहुंचनी थी। हालांकि, इसे पहुंचने में देर हो गई। छोटे-छोटे स्कूली बच्चों को तो मेजर साहब के कार्यक्रम के लिए बिठाया था। यह कार्यक्रम स्कूली बच्चों का ही था। उसका विकास यात्रा से कोई लेना-देना नहीं था। पथरिया के बीआरसी जेके जैन ने इस मामले कोई बात ही नहीं की। विकास यात्रा को लेकर बीजेपी जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी का कहना है कि शासन के निर्देश हैं कि जहां यात्रा नहीं पहुंच पाई, वहां 28 फरवरी तक यात्रा हर हाल में निकालनी है।
0 टिप्पणियाँ