महिलाएं घर में भी सुरक्षित नहीं हैं। मप्र महिला पुलिस की सुरक्षा शाखा से मिले आंकड़े तो यही बता रहे हैं। इनके मुताबिक मप्र में बीते तीन साल में 12090 रेप हुए। इनमें 10319 ऐसे हैं, जिनमें लड़की का कोई परिचित ही आरोपी निकला। 12.2% मामलों में लड़कियों से रेप करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उनका पिता, भाई, जेठ, देवर, ससुर या सगा रिश्तेदार ही दरिंदा निकला।
2.4% मामलों में कोई अनजान शख्स ही आरोपी मिला। बेटी को सुरक्षा देने वाले पिता 1.7% मामलों में आरोपी बने हैं। प्रदेश में हर साल चार से साढ़े चार हजार महिलाएं ज्यादती का शिकार हो रही हैं। हर दिन औसतन 11 से 12 महिलाएं रेप केस दर्ज करा रही हैं। महिला सुरक्षा शाखा की एडीजी प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने बताया कि समाज का तानाबाना टूट रहा है, इसे मजबूत करने के लिए जल्द ही प्रदेश स्तर पर अभियान शुरू करेंगे, जिसमें परिवार के बड़े बुजुर्गाें और बच्चों को भी जोड़ेंगे।
1. तीन साल की बच्ची को घुमाने के बहाने बाहर ले गया, रेप किया एक इलेक्ट्रिशियन अपनी तीन साल की बच्ची से गलत काम कर रहा था। मां को शक हुआ तो उसने समझाया, लेकिन पिता नहीं माना। मां ने 1 जनवरी 2022 को खजूरी सड़क पुलिस में शिकायत की। बताया- एक महीने पिता बच्ची को घुमाने के बहाने ले जाता और गलत हरकत करता। बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर चोट भी मिली। लेकिन पुलिस ने फटकार कर मां को भगा दिया। अगले दिन महिला अपने नवजात बच्चे को दिखाने शासकीय अस्पताल पहुंची और वहीं पति को बुलाकर पुलिस के हवाले करवा दिया।
2. सात साल की बेटी से गलत हरकत, मां ने रंगेहाथों पकड़ा पति के निधन के बाद तीस वर्षीय महिला अपनी सात साल की बेटी और तीन साल के बेटे के साथ ऐशबाग निवासी बीस वर्षीय युवक के साथ रहने लगी। युवक उसे अपने घर के बजाए अशोका गार्डन में किराए की झुग्गी में रखे हुए था। वो महिला से सिर्फ रात में मिलने आता था। पिछले कुछ दिनों से युवक महिला की सात वर्षीय बेटी पर बुरी नजर रखे हुए था। उसने 18 मई की रात करीब बारह बजे बेटी के साथ गलत हरकत करने लगा। महिला की नजर पड़ी तो उसने फटकार लगाई। महिला 21 मई को थाने पहुंची।
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