क्राइम
चित्रकूट जनपद में बुखार से पीड़ित एक बच्ची की डॉक्टरों की लापरवाही के चलते इलाज के अभाव में बच्ची की मौत से हड़कम्प मच गया है। मृतक बच्ची के परिजनों ने डॉक्टरों पर शराब के नशे में इलाज न करने का गंभीर आरोप लगा डॉक्टरों पर कार्यवाही की माँग को लेकर अस्पताल में जमकर हंगामा काटा है ।मामला मानिकपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जहां बीती रात आंगनबाड़ी मंजु बाल्मीकि अपनी बच्ची स्तुति पांडे को बुखार से हालत बिगड़ने पर सीएससी मानिकपुर लाई थी। जँहा डॉक्टरों द्वारा उसका सही से इलाज नही किया गया और शराब के नशे में अस्पताल में घूमते हुए नजर आए है। जिससे बच्ची की अस्पताल में इलाज के अभाव में मौत होने का परिजनों ने गंभीर आरोप लगाया है।
मृतिका की मां मंजू का कहना है कि मेरी बेटी का इलाज 20जून से टाइफाइड का सीएचसी से चल रहा था। सोमवार के दिन मैं दवा करवा कर घर जाकर रात में मैंने जैसे ही अपनी बेटी को दवा दिया है तो उसकी हालत बिगड़ गई। जिसे हम तुरंत सीएससी मानिकपुर लेकर आए। जब यहां पर लाए थे तो यहां पर सारा स्टाफ शराब के नशे में था। डॉक्टरों को बुलाती रही की मेरी बच्चो को देख ला,े पर किसी ने नही भी मेरी बच्ची को नही देखा। सारे डॉक्टर अस्पताल से नदारद होकर अपने कमरों में शराब के नशे में पड़े हुए थे।
मैं चिल्लाती रही कि मेरी बेटी को ऑक्सीजन लगा दो शायद बच जाए लेकिन किसी ने भी उसकी एक नही सुनी। जब उन्होंने हंगामा काटना शुरू किया तो तब प्रभारी डाक्टर ने् मौके पर आँकर बच्ची को मृत घोषित कर दिया और मृतक बच्ची पर अपनी ड्यूटी करने की खाना पूर्ति करने लगे। जिससे डॉक्टरों की लापरवाही से उनकी बच्ची की मौत हो गयी है। अस्पताल को शराब पीने का अड्डा बनाये हुए है, अस्पताल में शराब की बोतल भी पड़ी हुई मिली है ।इसलिए ऐसे लापरवाह डॉक्टरों पर मुकदमा पंजीकृत कर उनको सस्पेंड करने की माँग करते है ।
वही सूचना के बाद मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी भूपेंद्र द्विवेदी ने मामले की जांच करवा कर लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन देकर घंटो परिजनों को समझाते रहे। इसके बाद परिजनों का हंगामा शांत कराकर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है । इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी भूपेश द्विवेदी का कहना है कि परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है।
परिजनों की मांग पर मैंने एसडीएम मानिकपुर के नेतृत्व में तीन डाक्टरों का पैनल बनाकर मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। जो भी डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी जांच में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। रही बात डॉक्टरों की शराब पीने की मैंने कल ही जांच उनकी करवाई थी जो जांच में शराब पीने की बात स्पष्ट नहीं होती। इसलिए परिजनों की मांग पर डाक्टरों का ब्लड टेस्ट के लिए भेजा जाएगा रिपोर्ट में शराब की पुष्टि होती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
साभार- बुंदेलखंड न्यूज़
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