चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा है कि कोविड के दौर में चिकित्सा महाविद्यालयों की रिसर्च विंग संकट से निपटने के लिये विस्तृत रूप से स्टडी करे और स्टडी में सामने आये पहलुओं की जानकारी शासन और प्रशासन को दे। सारंग ने कोविड वार्ड में डीन, अधीक्षक, एचओडीज को अनिवार्य रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिये। मंत्री सारंग ने कोविड के दृष्टिगत सोमवार को एक अहम बैठक ली। बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज के डीन और संबद्ध अस्पतालों के अधीक्षक मौजूद थे। अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, स्वास्थ्य आयुक्त निशांत वरवड़े और संचालक डॉ. उल्का श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
कोरोना टेस्टिंग रिपोर्ट 24 घंटे में उपलब्ध हो
मंत्री सारंग ने निर्देश दिये कि कोरोना की टेस्टिंग रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर उपलब्ध करायी जाये। पॉजिटिव/निगेटिव, दोनों रिपोर्ट की मॉनीटरिंग हो। उन्होंने कहा कि सभी डीन और सीएमएचओ आपस में सामंजस्य बनाकर कार्य करें।
मेडिकल कॉलेजों में बेड बढ़ायें
सारंग ने नि:शुल्क टेस्टिंग व्यवस्था, फीवर क्लीनिक, होम आइसोलेशन, स्टॉफ को ट्रेनिंग आदि विषयों पर भी चर्चा की। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में बेड क्षमता बढ़ाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति का समुचित इलाज हो और शिफ्ट वाइस टेस्टिंग की जाये, जिससे रिजल्ट समय पर प्राप्त हों, ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि नर्सेस की भरती पर भी ध्यान दिया जाये। जहाँ भरतियाँ हो चुकी हैं, वहाँ अभ्यर्थियों को ज्वाइन करवाया जाये।
सारंग ने कहा कि राज्य सरकार कोविड से निपटने के लिये हर तरह से तैयार है। सरकार के पास सभी संसाधन उपलब्ध हैं। दवाई की उपलब्धता की प्लानिंग की आवश्यकता है। मरीज को अकेलापन न महसूस हो, इस बात का भी डॉक्टर्स को ध्यान रखना होगा। उनके प्रति आत्मीयता होना बहुत आवश्यक है।
सारंग ने कहा कि डॉक्टर्स प्रो-एक्टिव होकर टीम भावना से काम करें। अपनी तरफ से भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिये परिस्थितियों का आंकलन करते रहें। हेल्प डेस्क की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। सी.सी. टी.व्ही. कैमरे सहित अन्य सेफ्टी मेजर्स पर पूरा ध्यान दिया जाये।
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